छोटा सा दिखने वाला किशमिश (Raisins) सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। कोई इसे दूध में उबालकर इस्तेमाल करता है तो कोई पूरी रात पानी में भिगोकर सुबह खाता है। किशमिश का खाने का तरीका जो भी हो लेकिन इसका असर कुछ ही दिनों में शरीर पर देखने को मिल ही जाता है। किशमिश खाने के फायदे ( kishmish health benefits)असीमित हैं | इस पेज में हम KISHMISH ke fayde के साथ साथ kishmish health benefits, और गर्भावस्था में किशमिश खाने के फायदे भी बताएंगे |
Kishmish Health Benefits
bhigi hui kishmish khane ke fayde-
यदि आपका किशमिश खाने तरीका ऐसा है कि आप रात को सोते समय लगभग आधी कटोरी पानी में 8-10 किशमिश भिगोकर रख देते हैं और सुबह इस पानी को छानकर पी लेते हैं और किशमिश को अच्छे से चबाकर खा लेते हैं तो यकीन मानिए आप किशमिश खाने के सबसे अच्छे तरीके को अपना रहे हैं । इस तरह से किशमिश में मौजूद फाइबर हमारी बॉडी के डाइजेशन को बेहतर करता है जिससे हमारी हेल्थ अच्छी रहती हैं। आप ऐसा ना सोचें की पानी भी पी लिया तो गर्मी तो हमारे शरीर में चली गई| दरअसल होता ये है कि वो गर्मी जो किशमिश में थी काफी हद तक जलमिश्रित (dillute) हो गई और ये आपको नुकसान नहीं देगी |
खून की कमी न होना
डॉक्टरो का मानना है कि किशमिश खाने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसके नियमित सेवन से शरीर में खून की कमी नहीं होती। ये वजन घटाने में मददगार है, एनर्जी लेवल को बूस्ट करने और विटामिन सी की आवश्यकता को पूरा करने में मददगार है।
याद रहे कि किशमिश का इस्तेमाल न केवल मीठे व्यंजनों में किया जाता है बल्कि कई जगहों पर तो इसे चाट में भी डालकर सर्व किया जाता है।
हृदय के लिए लाभकारी
विशेषज्ञों की माने तो हृदय रोग से बचने में भी किसमिस खाने के लाभ मिल सकते हैं। एक शोध के अनुसार किशमिश खराब कोलेस्ट्रोल यानी एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड (रक्त में मौजूद एक प्रकार का फैट) को कम कर सकती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल की वजह से होने वाले हृदय रोग के जोखिम से बचा जा सकता है।
एनीमिया में लाभकारी
डॉक्टरो का कहना है कि एनीमिया का एक कारण शरीर में आयरन की कमी का होना भी है। इस समस्या में शरीर में पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नही होता, जो शरीर में ऑक्सीजन का सप्लाई करती हैं। किसमिस को आयरन का एक समृद्ध स्रोत माना जाता है और इसलिए एनीमिया के लिए आहार में किशमिश बहुत ही लाभकारी है।
किशमिश को ऊर्जा का स्रोत मानना
याद रहे कि किशमिश को कार्बोहाइड्रेट का एक प्राकृतिक स्रोत माना जाता है। यह एक्सरसाइज के दौरान ब्लड ग्लूकोज का स्तर बनाए रख सकती है, जिससे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बरकरार रह सकता है। ऊर्जा बढ़ाने के लिए किशमिश को आहार में शामिल किया जा सकता है।
मुंह और दांतों की देखभाल करना
किशमिश मुंह और दांतों के स्वास्थ्य के लिए असरदार हो सकती है। वैज्ञानिक रिषर्च के द्वारा किए गए अध्ययन से पता चलता है कि किशमिश खाने से कैविटीज से बचाव हो सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, किशमिश में फाइटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सीडेंट और ऑलीनोलिक एसिड मौजूद होते हैं, जो उन बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं, जो डेंटल कैरीज यानी दांत खराब होने का कारण बनते हैं।
कैंसर से बचाव
ध्यान देने वाली बात यह है कि किशमिश के गुण कैंसर जैसी घातक बीमारी के जोखिम को कम कर सकते हैं। वैज्ञानिक रिषर्च के अनुसार किशमिश के मेथनॉल एक्सट्रैक्ट में एंटी रेडिकल और कैंसर प्रिवेंटिव गुण पाए जाते हैं, जो कोलन कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। कि किशमिश कैंसर का इलाज करने या उससे पूर्ण रूप से बचाने में लाभदायक नहीं हो सकती। कैंसर से पीड़ित व्यक्ति का डॉक्टरी इलाज करवाना जरूरी है।
एसिडिटी में लाभदायक
डॉक्टरो का कहना है कि एसिडिटी एक आम समस्या है, जिसमें सीने से लेकर पेट तक जलन का एहसास होता है। इससे निजात पाने के लिए किसमिस का सहारा ले सकते हैं। किशमिश को उन खाद्य पदार्थों में शामिल किया जा सकता है, जो एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकते हैं।
Kishmish Khane Ke Fayde In Hindi
बीपी का सामान्य होना
विशेषज्ञों के राय के अनुसार रात को भिगोयी हुयी किशमिश वैसे तो सभी के लिए बहुत ही असरदार है मगर इसका लाभ उन लोगों को मिल सकता है, जो हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन से परेशान हैं। किशमिश शरीर के ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है। इसमें मौजूद पोटैशियम तत्व आपको हाइपरटेंशन से बचाता है।
शरीर में खून बढ़ाए
किशमिश के सेवन से आप अनीमिया से बचे रहते हैं क्योंकि किशमिश आयरन का बेहतरीन स्रोत होता है। साथ ही इसमें विटामिन बी काम्प्लेक्स भी बहुतायत में पाया जाता है। ये सभी तत्व रक्त फॉर्मेशन में उपयोगी हैं।
रोगों से लड़ने की क्षमता
डॉक्टरो का कहना है कि रात में भीगी हुई किशमिश खाने और इसका पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट्स के कारण इम्यूनिटी बेहतर होती है जिससे बाहरी वायरस और बैक्टीरिया से हमारा शरीर लड़ने में सक्षम होता है और ये बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं।
हड्डियों को मजबूत रखे
किशमिश यानी मुनक्का पाचन तंत्र में बेहद असरदार है। मिनरल्स की मात्रा भरपूर होती है। यह हड्डियों के लिए काफी अच्छा होता है। दिनभर में 10-12 किशमिश ली जा सकती हैं। याद रहे कि भीगी हुई किशमिश में कैलरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि इसे ज्यादा मात्रा में न लें। इसे नियमित अपने आहार में शामिल करने से डाइजेशन में आराम मिलता है। असल में यह फाइबर से भरपूर होता है।
किशमिश ऊर्जा एक महत्वपूर्ण स्रोत है. इसमें कार्बोहाइड्रेड और फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. इससे शरीर को तुरंत ताकत मिलती है.
कब्ज में आराम दिलाएं
बदलती जीवनशैली के बीच कब्ज की समस्या आम है. किशमिश का सेवन कब्ज की समस्या में राहत देता है और आपके पेट को सही रखता है. किशमिश के सेवन से हृदय की दुर्बलता भी दूर होती है. इसका सेवन आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी मदद करता है.
सूखी खांसी में आरामदायक होना
डॉक्टरो का कहना है कि यदि आपको लंबे समय से खांसी है, जिसे आमतौर पर सूखी खांसी कहा जाता है. या दमा की समस्या है तो आपको किशमिश खाने से आराम मिलता है. लंबे समय से खांसी से परेशान व्यक्ति रोज किशमिश खाएं. इसका सेवन टीबी के रोगियों को भी आराम देता है.
Kishmish Benefits In Pregnancy
खून की कमी को दूर करना
गर्भावास्था के दौरान किशमिश का सेवन करने से महिलाओं में होने वाली एनिमिया यानि खून की कमी की शिकायत भी दूर होती है। क्योंकि किशमिश में विटामिन बी 6,पोटेशियम और ग्लूकोज, फ्रैक्टोज पाया जाता है जिससे एनर्जी लेवल बढ़ता है और कमजोरी दूर होती है।प्रेग्नेंसी के दौरान किशमिश खाना बिलकुल सुरक्षित है। साथ ही काले सूखे अंगूर बहुत ही पौष्टिक होते हैं और गर्भावस्था के दौरान उन्हें खाना गर्भवती महिला के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।
शिशु का विकास होना
डॉक्टरो का मानना है कि गर्भावास्था के दौरान महिलाओं को नियमित रूप से किशमिश का सेवन करना चाहिए। इससे उनके शरीर को पूरे दिन के लिए जरूरी ऊर्जा आसानी से मिल जाएगी। गर्भावास्था में किशमिश का सेवन करने से हड्डियां मजबूत बनती हैं, क्योंकि किशमिश में कैल्शियम के साथ ही उचित मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है। इसलिए किशमिश का सेवन करना मां की सेहतमंद बनाए रखने के साथ ही शिशु के विकास में भी फायदा पहुंचाता है।
फाइबर की कमी को पूरा करना
डॉक्टरो का कहना है कि किशमिश फाइबर का बहुत ही अच्छा स्रोत है। फाइबर आसानी से पच जाता है और इससे आपकी पाचन क्रिया भी बेहतर रहती है। फाइबर हमारे लिए बेहद जरूरी तत्व है, लेकिन यह गर्भवती महिलाओं के लिए भी उतना आवश्यक माना जाता है।
कब्ज की समस्या को दूर करना
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कब्ज की समस्या होना आम बात हो गई है। दरअसल किशमिश में उच्च फाइबर सामग्री होती है, इसीलिए किशिमिश का सेवन आपको इस समस्या राहत दिलाने में मदद करता है। यह पानी को अवशोषित करने के साथ-साथ एक लैक्जेटिव टेंडेंसी को पैदा करता है जो बॉवेल मूवमेंट को और अच्छा करने में मदद करता है। किशमिश फाइबर से समृद्ध होती है और इसमें अन्य रेचक गुण भी हैं, जिसकी मदद से आपको कब्ज की समस्या नहीं होती। प्रेग्नेन्सी के दौरान कब्ज की समस्या हर गर्भवती महिला के लिए एक आम समस्या होती है, लेकिन किशमिश खाने से आपको जल्द राहत मिलती है।
दांतों के स्वास्थ्य में सुधार
किशमिश कैल्शियम से भरपूर होती है साथ ही इसमें ओलिनोलिक एसिड होता है जो दांतों को सुरक्षित रखने में मदद करता है। हॉर्मोनल असंतुलन की वजह से, आपके दांतों में गर्भावस्था के दौरान परेशानी हो सकती है लेकिन किशमिश ऐसे में मदद करती है।
आयरन को बढाना
ध्यान रखने वाली बात यह है कि किशमिश में आयरन की मात्रा भी पायी जाती है। आयरन गर्भवती महिला के लिए बहुत ही आवश्यक स्रोत है क्योंकि ये रक्त प्रवाह को विनियमित करने में मदद करता है और हृदय को स्वस्थ बनाये रखता है। साथ ही आपके फेफड़ों को भी स्वस्थ रखता है।